Saaf Sandesh News

Hindi News, हिन्दी न्यूज़, Latest News In Hindi, Breaking News,Saaf Sandesh,Saaf Sanesh News, Headlines Today (हिंदी समाचार)

बच्चों को कोविड से बचाने के लिए परखीं गई माँक ड्रिल की तैयारियां

Spread the love

मेंहदावल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का जेडी ने किया निरीक्षण

एलवन फैसिलिटी में देखा चेक लिस्ट के हिसाब से इन्तजाम

संतकबीरनगर।शासन के दिशा-निर्देश पर कोविड की संभावित तीसरी लहर से बचने के लिए किए गए इन्तजाम के लिए होने वाले माँक ड्रिल की तैयारियों को परखा गया। इस दौरान शासन से नियुक्त जिले के नोडल अधिकारी के साथ ही साथ जिला स्तर पर बनाए गए पर्यवेक्षण अधिकारी माँक ड्रिल की तैयारियों का परीक्षण चेकलिस्ट के हिसाब से करते रहे।

जनपद के अस्पतालों में कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के इंतजामों को जांचने के लिए जिले की कुल सात स्वास्थ्य इकाइयों 18 दिसम्बर को होने वाली माक ड्रिल की तैयारियों का निरीक्षण किया गया । मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इन्द्र विजय विश्वकर्मा तथा शासन से नामित नोडल अधिकारी संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य , स्वास्थ्य भवन डॉ जेएन मिश्रा  के निर्देशन में माक ड्रिल की तैयारियों की जांच की गई। इस दौरान इस दौरान स्वास्थ्य इकाइयों में पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट , नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट और स्वास्थ्य केंद्रों की तैयारियों को देखा गया। इस दौरान यह देखा गया कि तीसरी लहर के लिए हेल्थ सिस्टम कितना तैयार है, साथ ही अस्पतालों में कोरोना से इलाज के कितने इन्तजाम हैं। अधिकारीगण पूरी तन्मयता के साथ हर चरण का चेकलिस्ट के हिसाब से मिलान करते रहे। निरीक्षण के दौरान जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ आर डी मौर्या , अधीक्षक मेंहदावल सीएचसी डॉ इन्द्रदेव गौरव तथा एपीडेमियोलाजिस्ट ( जिला महामारी रोग विशेषज्ञ ) डॉ मुबारक अली व अन्य स्टाफ मौजूद रहे।  मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इन्द्र विजय विश्वकर्मा ने बताया कि माँक ड्रिल की तैयारियां पूरी कर ली गर्इ हैं। निरीक्षण में दवाइयों के साथ ही अन्य उपकरण भी संचालित मिले। स्टाफ को कर्इ चक्रों में प्रशिक्षित करने का नतीजा रहा कि कहीं कोर्इ गलती नहीं मिली। सभी कर्मियों को हमेशा सतर्क रहने के लिए कहा गया है।

इनका किया गया गहन निरीक्षण


निरीक्षण  के दौरान पीडियाट्रिक कोविड केयर यूनिट, नियोनेटल इमरजेंसी केयर यूनिट, कोविड केयर वार्ड में उपकरणों व स्टाफ की जांच, ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट, वेंटिलेटर, बाइपैप, मास्क व जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता, ऑक्सीजन सप्लाई व ऑक्सीजन की उपलब्धता, पीपीई किट, स्टाफ का व्यवहार, विशेषज्ञों, चिकित्सक, नर्स व अन्य स्टाफ की उपलब्धता, कंट्रोल रूम, स्टाफ की सक्रियता, ड्यूटी रोस्टर, एंबुलेंस चालकों का व्यवहार, एंबुलेंस की व्यवस्था  के साथ ही उपकरणों की उपलब्धता की मॉनिटरिंग की गई।

बच्चों पर संक्रमण का मुख्य खतरा


सीएमओ ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों पर अधिक संक्रमण की चेतावनी पहले ही दी जा चुकी है। बच्चों को अभी तक वैक्सीन भी नहीं लगी है ऐसे में बच्चों की सुरक्षा अहम है। स्वास्थ्य महानिदेशालय ने प्रदेश के सभी स्वास्थ्य केंद्र, उपकेंद्र व अस्पतालों में तैयारियों की जांच करने को कहा था। इस क्रम में जिले की तैयारियों को परखा गया। तैयारियां बेहतर हैं।

[horizontal_news]
Right Menu Icon