Saaf Sandesh News

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भारत सरकार एवं भारतीय दूतावास के सहयोग से सकुशल वतन लौटा-आकाश

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रिपोर्ट-मुन्ना अंसारी

महराजगंज।जनपद के सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सभा मुड़िला तिवारी का रहने वाला आकाश पुत्र रवि प्रताप भारत सरकार एवं भारतीय दूतावास के सहयोग से सकुशल घर पहुंच कर सुनाई अपनी दर्द भरी दास्तान।रुस द्वारा यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले व फायरिंग के बीच फंसा आकाश सुरक्षित अपने घर पहुंच गए हैं।आकाश अपने सुनहरे भविष्य की आस मे यूक्रेन अपनी पढ़ाई करने गया था।जैसे ही हमले की गर्जना यूक्रेन मे सुनाई दी तो वहां मौजूद छात्रो का जीवन खतरे में पड़ गया।वहीं पर जैसे ही युद्ध की खबर घर वालों को हुई तो परिज सहम उठे । रुस यूक्रेन के बीच भीषण जंग तथा धमाकों की गुंज जैसे ही टीवी पर दिखाई दी तो उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले का एक परिवार का भी दिल भी धड़क उठा। दिन बदिन भीषण हो रही लड़ाई की खबर से सदर क्षेत्र के मुडिला तिवारी के रविप्रताप पटेल के घरवालो की धड़कने भी बढ रही थी लेकिन यूक्रेन मे फसे उनके बेटे के लिए भारत सरकार एवं भारतीय दूतावास देवदूत बन खड़ा हुआ और उनका पुत्र आकाश सकुशल घर पहुचा तो परिवार वालों का खुशी का ठिकाना न रहा मानो जैसे दुनिया की सबसे बड़ी खुशी मिल गई हो । जनपद के सदर क्षेत्र के मुड़िला तिवारी निवासी आकाश पुत्र रविप्रताप यूक्रेन में मेडिकल की पढाई कर रहा था यूक्रेन मे चौथे वर्ष मे अध्ययनरत आकाश रुस यूक्रेन युद्ध के बीच मुश्किलो मे फस गया । बेटे को खतरे मे देख परिजन बेहाल परेशान हो उठे । 4 मार्च का सबेरा मुड़ला तिवारी के रविप्रताप के सूरज को भी लेकर लौटा घर पहुचे आकाश जब अपने जमीन पर खदम रखा तो मातृभूमि को चूम कर भावविभोर हो उठा।आकाश ने बताया कि वह यूक्रेन के गोमोलेट्स नेशनल यूनिवर्सिटी मे चौथी वर्ष का छात्र है । युद्ध के दौरान आकाश 5 दिंन बंकर मे बिताया । पांच दिन बिस्किट और 1.5 लीटर पानी से जिंदगी की प्यास बुझाई बंकर मे टायलेट फटने के बाद एक रात बम के धमाको के आवाज के बीच बाहर बिताना पड़ा । 28 फरवरी को बंकर से निकल 8 किलोमिटर का सफर दौड़ कर तय किया । यूक्रेन के पश्चिम दिशा मे कई ट्रेन बदलते हुए 1600 किमी. की यात्रा कर हंगरी बार्डर पर पहुचे जहा दूतावास द्वारा ट्रेन से 350 किमी. दूर हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट पहुचाया गया।फिर दूतावास ने सरकार के खर्चे से दिल्ली भेजा । आकाश ने बताया कि दिल्ली पहुचने के बाद यूपी भवन मे विश्राम किया फिर भारत सरकार ने निशुल्क घर पहुचाया।आकाश जब 4 मार्च को घर पहुचा तो परिजनों की आंखें खुशियों से छलक उठा।आकाश ने बताया कि मुश्किल दौर मे दूतावास ने जिंदगी की उम्मीद जगी।भारत सरकार सक्रियता से जीवनदान मिला । बिना पैसे खर्च कर घर लौटे आकाश ने सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया।आकाश के घर लौटने पर प्रदुम्न पटेल बैजनाथ पटेल अवधराज पटेल सुधाकर पटेल अजय पटेल अभिषेक आदि ने फूल माला से अभिनंदन कर खुशी व्यक्त की और भारत सरकार एवं भारतीय दूतावास का अभिवादन किया।

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