गोरखपुर संवाददाता ।। प्रदीप यादव ।। मानव शिक्षा सेवा संस्थान की इस पहल ने समाज में एक गहरा प्रभाव छोड़ा है। इस प्रकार की घटनाएं न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करने के महत्व को दर्शाती हैं, बल्कि समाज में मानवता और भाईचारे की भावना को भी मजबूत करती हैं। आलोक गुप्ता और पूनम गुप्ता की टीम द्वारा दिखाए गए समर्पण और संवेदनशीलता ने इस बात को स्पष्ट किया है कि समाज में कठिन परिस्थितियों का सामना करने वाले लोगों के लिए सहयोग और समर्थन कितना महत्वपूर्ण है।
संस्थान के सदस्यों ने बच्चों की परवरिश के लिए न केवल वित्तीय सहायता दी, बल्कि उनके भविष्य की सुरक्षा के लिए भी प्रतिबद्धता दिखाई। शिखर गुप्ता और अन्य सदस्यों की भागीदारी से यह संदेश जाता है कि समाज में ऐसे लोग और संस्थाएँ हैं जो ज़रूरतमंदों की सहायता के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
महिलाओं की सामूहिक आर्थिक सहायता ने भी यह साबित किया कि जब समाज एकजुट होता है, तो किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना किया जा सकता है। यह पहल अन्य संगठनों और व्यक्तियों को भी प्रेरित कर सकती है कि वे अपने समुदाय में ज़रूरतमंदों की सहायता के लिए आगे आएं। आलोक गुप्ता और उनकी टीम द्वारा उठाया गया यह कदम एक मिसाल के तौर पर देखा जा सकता है, जो दिखाता है कि किस प्रकार समाज की एकता और सहयोग से बड़े से बड़े संकट को भी हल किया जा सकता है। मानव शिक्षा सेवा संस्थान की यह पहल समाज में सेवा और समर्थन के मूल्यों को पुनः स्थापित करती है।
कुरांव के अनाथ बच्चों के लिए मानव शिक्षा सेवा संस्थान ने संभाली जिम्मेदारी, ब्रह्मभोज का भी किया प्रबंध !

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