सेमरियावां। संतकबीरनगर विकास को लेकर तमाम दावे हो रहे हैं। सेमरियावां ब्लॉक मुख्यालय बन गया है। सेमरियावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के गेट के बगल भी बजबजाती नालियां, गंदे पानी की निकासी ना होना, डंप पड़े कूड़े का ढेर न सिर्फ सेमरियावाँ की पहचान बना है, बल्कि स्वच्छ भारत मिशन की सफलता को भी आईना दिखाते दिख रहा है। स्वच्छता अभियान सेमरियावां में मात्र कागजों पर ही सिमट कर रह गया है। सेमिरयावाँ ब्लॉक कार्यालय से मात्र 50 मीटर दूरी पर स्थित अस्पताल गेट के पास नाले का गंदा पानी एकत्र होने से अस्पताल आने-जाने वाले मरीजों व अन्य लोगों को मुंह ढंककर चलना पड़ रहा है। गंदे पानी के जमाव से मच्छरों का आतंक सिर चढ़कर बोल रहा है। लोग संक्रामक बीमारियों को लेकर सशंकित हैं, लेकिन न तो मच्छरों से निजात दिलाने के लिए ग्राम पंचायत गंभीर दिख रहा है न ही ब्लॉक के आला अधिकारी जलजमाव की समस्या से छुटकारा दिलाने की कोई पहल हो रही है। जबकि ब्लॉक मुख्यालय के पास सफाई कर्मियों की पूरी फौज होने के बाद भी सफाई व्यवस्था पूरी तरह अस्त-व्यस्त है। नागरिकों ने सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के साथ ही पानी निकासी कराने की मांग उठाई है।
अस्पताल के गेट के बगल मे जमा गंदा पानी, फैला रहा बीमारी



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