गोरखपुर।
दिग्विजयनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय गारेखपुर के रसायन विज्ञान विभाग की प्रभारी डाॅ. प्रतिमा सिंह के नेतृत्व में सत्र 2024-25 के एकेडमिक आडिट का आयोजन प्रो.(डाॅ.) उमेश नाथ त्रिपाठी, विभागाध्यक्ष, रसायन विज्ञान विभाग, दी.द.उ.गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर एवं महाविद्यालय के आन्तरिक गुणवत्ता एवं सुनिश्चियन प्रकोष्ठ के निदेशक प्रो (डाॅ.) परीक्षित सिंह के संयुक्त निर्देशन में किया गया। प्रो.त्रिपाठी ने महाविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग के शैक्षणिक सत्र 2024-25 के समस्त अभिलेखों की जाँच करते हुए आवश्यक सुझाव दिया, कि शोध एवं नवाचार में अत्यधिक कार्य करने की आवश्यकता है, उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री एवं हमारे देश के यशस्वी प्रधान मंत्री जी के ’’सपनो का भारत’’ के लक्ष्य को पूरा करने की लिए भारत को विश्वगुरू बनाने के लिए गुणवत्ता पूर्ण शोध एवं नवाचार पर आप लोग विशेष बल दीजिए।उक्त अवसर पर प्राचार्य महोदय ने अकादमी लेखा परीक्षण की गुणवत्ता पर बल देते हुए बताया की हमारे महाविद्यालय के विकास में विभागीय उपलब्धियों का ही योगदान होता है। जिस प्रकार बी.एस.सी. अंतिम वर्ष के छात्र चन्दन यादव और बी.एस.सी. द्वितीय वर्ष की छात्रा शिवन्या चैधरी का डी.एस.टी. इंस्पायर फेलोशिप पर चयन हुआ है, एवं परास्नातक रसायनशास्त्र की छात्रा अनुपमा यादव का चयन मदन मोहन मालवाीय तकनीकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर में शोध कार्य हेतु हुआ है, जो विभागीय गुणवत्ता में शिक्षकों के योगदान को बताता है कि हमारे छात्र-छात्राओं का चयन ही हमारी गुणवत्ता का परिचायक है। डाॅ. प्रतिमा सिंह ने मुख्य अतिथि के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कहा कि तैयारी में पूरा श्रेय हमारी टीम को जाता है, जिससे की हम सभी प्रकार के एकेडमिक कार्य को सुलभता से सम्पन्न कर लेते हैं।
इस अवसर पर विभाग के सदस्य डाॅ. मनीष श्रीवास्तव, डाॅ.राजेश सिंह, शिवेन्द्र पाल, श्री प्रदीप यादव एवं महेन्द्र जी उपस्थित रहे।



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