रिपोर्ट -दुर्गेश मिश्र
(महुली) संत कबीर नगर। नाथनगर झील में रविवार को आयोजित होने वाले कार्यक्रम में अंतराष्ट्रीय व वक्ता व व्यापारी रमाशंकर शुक्ल ने कहा कि भगवान राम के आदर्श विश्व के लिए प्रस्तुत हैं। भारतीय संस्कृति के आदर्शों को वास्तविक जीवन में मूर्तिमान करने वाले में भगवान राम का विशिष्ट स्थान है। उन्हें भारतीय धर्म के आकाश में चमकाने वाले सूर्य और चन्द्र कहा जा सकता है। उन्हें व्यक्ति और समाज के उत्कृष्ट स्वरूप को अक्षुण्ण बनाए रखने और विकसित करने के लिए क्या करना चाहिए, इसे अपने पुण्य-चरित्रों को जन सामान्य के सामने प्रस्तुत करना चाहिए। ठोस शिक्षा की पद्धति भी यही है कि जो कहे हो, जो सिखाना हो, जो करना हो, उसे वाणी से कम और अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करने वाले आत्म-चरित्र द्वारा अधिक व्यक्त किया जाए। आज दुनिया के 103 देशों में मानस को आदर्श माना जाता है। इंडोनेशिया, जावा, सुमात्रा आदि देशों में भगवान राम के आदर्शों की पूजा की जाती है। मानस विद सुमित्रानंदन चौधरी ने भगवान राम के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रामचन्द्र जी वन यात्रा में जन-जन की मित्रता जीते हुए, उन्हें स्नेहसूत्र में समाहित करते चले गए। वे सहयोग वृत्ति जागृत करते रहते हैं। वन में इसी उद्देश्य से निकल प्रोड्यूसर हैं और नगर में वह रुचि दिखाकर जागृति बनाए रखने के लिए आग्रह करते हैं। भारत के लिए उन्होंने यही संदेश जारी किया कि सामूहिक हित को ध्यान में रखते हुए। विधायक गणेश चंद चौहान ने कहा कि जब भगवान राम ने सामाजिक समरसता का जो संदेश दिया था वह आज के परिवेश में सामायिक है। उन्होंने वनगमन के दौरान दिखाया कि समाज में नीच का कोई स्थान नहीं है। हिंदू धर्मगुरु मंच के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राकेश पाठक ने कहा कि जहां तहां नर रघुपति गुण गावहिं। बेटी एकता यहहिं शिक्षावहिं॥ कहा कि रामचरितमानस से सामाजिक दृष्टिकोण, सहयोग और संगठन की महत्ता समझकर प्रेरणा लेकर यदि हम इस दिशा में सक्रिय हो तो कठिन से कठिन बच्चों को पार करते हुए सुख शांति एवं समृद्धि आदर्श समाज की स्थापना में सफल हो सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन मनोज शुक्ल ने किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला प्रचारक, विवेकानन्द मिश्र, भाजपा नाथनगर, महुली मंडल के समर्थक आदि लोग उपस्थित थे।
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