कुष्ठ उन्मूलन पर आयोजित की गयी एक दिवसीय कार्यशाला
Biसाफ संदेश/अमित मिश्रा ब्यूरो चीफ कुशीनगर

कुशीनगर।दुदही ब्लॉक सभागार में कुष्ठ उन्मूलन सम्बन्धित मंगलवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कुष्ठ के प्रति जन समुदाय को जागरूक करने के लिए कुष्ठ रोग विभाग के कर्मचारियों और आशा कार्यकर्ताओं प्रशिक्षित किया गया।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए जिला कुष्ठ परामर्शदाता डाॅ.विनोद कुमार मिश्रा ने कहा कि आशा कार्यकर्ता समुदाय के बीच जाकर लोगों को कुष्ठ के प्रति जागरूक करें तथा लोगों के मन में बैठी भ्रांतियों को मिटाएं। समुदाय को जागरूक करके ही कुष्ठ रोग का उन्मूलन किया जा सकता है। लोगों को बताएं कि यदि किसी व्यक्ति के शरीर में कुष्ठ के लक्षण नजर आते हैं तो तत्काल जांच कराकर इलाज शुरू कराया जायेगा । समय से इलाज शुरू कर देने से बीमारी पर नियन्त्रण संभव है।
उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग आज भी समाज में छिपाया जाता है, जिसका कारण सामाजिक भ्रांतियाँ तथा कुष्ठ रोग के बारे में गलत जानकारियाँ है। कुष्ठ रोग वंशानुगत नहीं है और न ही भूत-प्रेत के कारण फैलता है। कुष्ठ विभाग द्वारा गांवों, स्कूलों, हाट और बाजारों आदि में जागरूकता फैलाने के लिए सूचना, शिक्षा और संचार (इन्फार्मेशन, एजुकेशन एंड कम्युनिकेशन -आईईसी) कार्यक्रम चलाया जाता है, ताकि समाज में कुष्ठ रोग के प्रति व्याप्त अंधविश्वास तथा गलत धारणाओं को समाप्त किया जा सके।
उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग माइक्रो बैक्टीरिया लेप्रे नामक जीवाणु से फैलता है। यह एमडीटी दवा से पूरी तरह से ठीक हो जाता है। यह एक दूसरे को सिर्फ छूने या हाथ मिलाने से नहीं फैलता है। लगातार सम्पर्क में रहने से ही इसका प्रसार होता है।
उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग के जांच और इलाज की सुविधा का प्रावधान है जो हर सरकारी अस्पताल में उपलब्ध है। कुष्ठ रोगियों को सरकार द्वारा एमसीआर चप्पल, सेल्फ केयर किट, पेंशन, आवास एवं सर्जरी की सुविधा दी जाती है।
नया कुष्ठ रोगी खोजने वाली आशा कार्यकर्ता को प्रति रोगी 250 रूपये पारिश्रमिक दिया जाता है । पैसिव वैसीलरी(पीवी) कुष्ठ रोगी को छह माह दवा खिलाने पर 400 रूपये तथा मल्टी वैसीलरी ( एमवी) कुष्ठ रोगी को बारह माह दवा खिलाने पर 600 रुपये दिए जाते हैं।
कार्यशाला में फिजियोथेरेपिस्ट प्रदीप कुमार गुप्ता, विद्या शंकर कुशवाहा, संतोष कुशवाहा, हरमुन प्रसाद, हेल्थ एजुकेटर रामध्यान सिंह, डब्लूएचओ के ब्लॉक माॅनीटर जगरनाथ शर्मा, यूनिसेफ के बीएमसी अवनीश और आशा कार्यकर्ता प्रमुख रूप से मौजूद रही
कुष्ठ रोग के लक्षण:
- चमड़ी का दाग जिसमें सुन्नपन हो।
-दाग चकत्ता जिसमें पसीना न आता हो।
-हाथ पैर के नसों में मोटापन, सूजन तथा झनझनाहट हो।
-हाथ पैर की ऊँगली में टेढ़ापन हो।
-हाथ तथा तलवों में सुन्नपन हो।
तीन माह में खोजीं छह कुष्ठ रोगी
दुदही ब्लॉक के ग्राम पंचायत मठिया भोकरिया की आशा कार्यकर्ता विमला देवी ( 50) ने बताया कि वह बीते तीन माह में छह कुष्ठ रोगी खोज चुकीं है। जिनका इलाज चल रहा है। समुदाय के बीच जाकर कुष्ठ रोग के लक्षण को बताकर इलाज कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। यह भी बताया जाता है पात्र कुष्ठ रोगियों के लिए जांच, इलाज, पेंशन, आवास उपलब्ध कराने का प्रावधान है।
More Stories
थाना धनघटा पुलिस की जाँच में झूठी निकली चोरी की तीन सूचनाएं
महिला कल्याण विभाग द्वारा महिलाओं को जागरूक एवं सशक्त बनाने हेतु चलाया गया 10 दिवसीय विशेष जागरूकता अभियान।
पांच महीने पूर्व से मानदेय न मिलने से जीवन यापन हुआ प्रभावित