ब्यूरो रिपोर्ट- डॉ संजय तिवारी
साफ संदेश- बाराबंकी
आज वतन के वास्ते लेखनी फिर से चली पड़ी।
आओ आजादी की 75वीं वर्षगाँठ मनाए सभी।
🇮🇳🙏🇮🇳
याद जब छलते थे अलाओं में सतित्व नारी की,
हर रोज चुल्हें से सुलगती, बगावत स्वाभिमान की।
🇮🇳🙏🇮🇳
बहुतों की चुडीयाँ टूटी, बहुतों के घर उजड़े हुए,
आसां नहीं था, देश के आजादी की नगमें लिखे।
✍️🙏
लेखनी में स्याही नहीं, लहू के खूं हर बार मिले,
ये लेखनी लिखती रही, आजाद देश की सरहदे।
🇮🇳🙏🇮🇳
आज वतन के वास्ते लेखनी फिर से चल पड़ी,
आओं आजादी की 75 वी० वर्षगांठ मनाए सभी।
🇮🇳🙏🇮🇳
स्वरचित मौलिक ✍️
प्रियंका रस्तोगी ‘शहीद ‘
More Stories
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव ने काशिफ पब्लिक स्कूल का फीता काटकर किया उद्घाटन
कांती महाविद्यालय में वार्षिकोत्सव व पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित
परीक्षा संपन्न कराने के बाद सचल दल के संयोजक ने संभाला पदभार