निर्माण के बाद से ही वीरान पड़ा है मिहींपुरवा के बोझिया स्थित प्राथमिक उपस्वास्थ्य केंद्र का जर्जर भवन।
प्राथमिक उपस्वास्थ्य केंद्र बोझिया का जर्जर भवन दे रहा दुर्घटना को दावत।
बहराइच- ग्रामीणांचल में स्थानीय स्तर पर ही प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल है। वर्षों पहले लाखों रुपये की लागत से बने उपस्वास्थ्य केन्द्र उपेक्षा का दंश झेलते हुये जर्जर हो चुके हैं। वर्तमान हालात ये है कि नानपारा, मिहींपुरवा और विशेश्वरगंज में बंद पड़े 31 स्वास्थ उप केन्द्र को इलाज की दरकार है। ग्रामीणों को बेहतर इलाज के लिए ब्लाक व जिला मुख्यालय जाना पड़ता है। विकास खंड मिहींपुरवा के बोझिया गांव में बना उप स्वास्थ्य केंद्र भवन जर्जर अवस्था में पहुंच गया है भवन की छत व दीवारे कई जगह से टूट कर गिर चुकी हैं भवन की स्थिति इतनी दयनीय है कि कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है। बोझिया निवासी उमेश कुमार अवस्थी, मोती लाल जी, अनवार अंसारी, संत राम पाल, काशी,राम दस्वंती आशा, समशाद, अकील खान आदि ग्रामीणो ने कहा कि जब से यह उपस्वास्थ्य केंद्र बना है तबसे आजतक इसका उपयोग नही हुआ है यह भवन इतना जर्जर हो चुका है कि कभी भी गिर सकता है बीच गवंव में होने के कारण दुर्घटना की सम्भावना बनी हुई है। ग्राम प्रधान बोझिया मकबूल अहमद ने कहा कि उक्त भवन को हटाने केबलिये कई बार शिकायत की गयी किंतु ध्यान नही दिया गया।
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