रिपोर्ट-अम्बरीष शर्मा
निचलौल-महराजगंज। जनपद के निचलौल ब्लाक क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सभा भेड़िया में विकास कार्य तो अमूल चूल तो दिखाई दे रहे हैं परंतु भ्रष्टाचार की खेला चरम सीमा पर चल रही है ग्राम सभा के ग्रामीणों की शिकायत पर डीसी मनरेगा के निरीक्षण के दौरान गांव में की गई धांधली का मामला प्रकाश में आते ही हड़कंप मच गया पुनः कूल पांच जांच कमेटी के द्वारा जांच में लापरवाही पाए जाने के बाद जिला अधिकारी महाराजगंज के निर्देश पर डीसी मनरेगा वर्तमान ग्राम प्रधान अखिलेश यादव की पत्नी और तत्कालीन ग्राम प्रधान माया देवी सचिव रामरतन यादव और टीए रविशंकर के खिलाफ कुल अस्सी हजार रुपए की रिकवरी का आदेश जारी किया गया है रिकवरी के बाद इन आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज होने की प्रबल संभावना जताई जा रही है सभी कार्यों के दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए नोटिस जारी किया गया है दरअसल पिछले दिनों भेड़िया गांव के ग्रामीणों ने जिला अधिकारी सत्येंद्र कुमार झा को शिकायती पत्र देकर गांव में वर्ष 2020 में हुए तीन सड़कों के निर्माण पर धाधली की शिकायत दर्ज कराई थी आरोप था कि गांव में वीरेंद्र भारती के घर से नहर पुल तक इंटरलॉकिंग के लिए 3:90 लाख आंगनबाड़ी केंद्र से मुख्य मार्ग तक निर्माण के लिए 3.76 लाख रुपये और लोहरपट्टी से रामाश्रय भारती के घर तक इंटरलॉकिंग के लिए कुल 3.96 लाख रुपए इस तरह से तीन सड़कों के लिए निर्माण कार्य हेतु 11.50 लख रुपये का भुगतान हुआ था लेकिन कोई कार्य नहीं हुआ इसी बीच उन्ही सड़को पर दोबारा कार्य कराने के लिए मनरेगा से पुनः मास्टररोल जारी करा कर काम शुरू कराया जा रहा था इस मामले में शिकायत के बाद मौके पर डीसी मनरेगा अनिल चौधरी वीडियो ओ पी गुप्ता और एक अन्य तीन सदस्य टीम सहित कुल 5 टीमों ने मामले में जांच किया था जांच में भी अनियमितता मिली थी जिसके बाद जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपी थी जांच रिपोर्ट के आधार पर अनियमितता पाए जाने पर आरोपित ग्राम प्रधान के विरुद्ध जिलाधिकारी के निर्देश पर अस्सी हजार रुपये की रिकवरी का आदेश जारी किया गया है डीसी मनरेगा नहीं चौधरी ने बताया कि अन्य साक्ष्यों के मिलते ही आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज भी किया जाएगा और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी
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