ना जाने कैसे-कैसे बेतुके बयानों से प्रधानमंत्री की सुरक्षा में सेंध करने वाले अब रुदाली करेंगे
कृष्णा पंडित की कलम से
मौन साधना साधक का तंत्र होता है आजाद देश में पहला प्रधानमंत्री जो पूर्णता भारतीय हुआ जिसकी सोच अखंड भारत और हिंदुत्व के लिए जीवंत है जिसका निर्माण अपनी माटी की शान और संस्कृति को धरोहर के रूप में जीवित रखते हुए तिलक माथे पर विराजित होकर सनातनी संस्कार पुकार रहे हैं यह देश हमारा है हम इस के सेवक हैं…
प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली विदेश यात्रा नेपाल की जहां भगवान शिव की आराधना के बाद गले में रुद्राक्ष के माला के साथ दिव्यता के अलौकिक भाव ने विश्व के पटल पर अपनी अलग छाप छोड़ी यही नहीं 1995 में एक सेकुलर प्रधानमंत्री ने विदेश में गुजरातियों द्वारा हिंदू मंदिर का उद्घाटन करने से इनकार करना देश के प्रति उसका प्रेम भाव व सेकुलरिज्म का नमूना होकर सनातन के लिए जोरदार तमाचा था दूसरी तरफ जब आज 2014 के बाद देश की मनोभाव हिंदुत्व भावना आस्था के साथ व्यक्ति के रिश्तो का संपूर्ण सम्मान पहली बार हिंदुस्तान में मोदी के सरकार में देखा गया जन जन के लिए प्रधानमंत्री लेकिन सनातनीयों के लिए उसका अपना बड़ा बेटा बड़ा भाई और सबका सारथी निकला..
तुम चाहे जितनी भी साजिश रच लो कामयाबी तो सिर्फ तुम्हारे घुटनों पर ही दिखेगी अब देश बदल गया लोग तुम्हारी गुमनामी की तस्वीर देख रहे हैं अलविदा का कर तुम्हें राजनीति से दूर कर रहे हैं….
पंजाब की सरकार की पोल खुलती जा रही है
अब ये बात सामने आ रही है कि पुलिस ने ही ये सूचना लीक कर दी कि प्रधानमंत्री जी सडक मार्ग से आ रहे हैं। ये भी बात आ रही है कि अगल-बगल के गानों में धर्मस्थलोँ से माइक पर सूचना दी गयी कि जिस रूट से प्रधानमंत्री जी का काफिला आ रहा है वो सीक्रेट कुछ रहा है नहीं। जिन्हें जानकारी थी उन्होंने ही सारा कुछ पब्लिक कर दिया।
मुख्यमंत्री चिन्नी कहते हैं कि हम अपने लोगों पर लाठी नहीं चलवा सकते थे। वे वैकल्पिक रास्ता तो तय कर सकते थे। और धानमंत्री जी के इस कार्यक्रम को कितने हल्के तौर पर लिया गया वह इस बात से भी समझा जा सजता है कि ड्यूटी में तैनात जवान आराम से चाय पीते देखे गए।लगता है पूरी तरह एक गंभीर साजिश थी।
एक बात ये सामने आ रही है कि किसी बड़े आदमी का कहीं से फ़ोन आया और तुरंत आस-पास के लोगों को सूचित कर इकठ्ठा कर लिया गया।संभवतः दिल्ली से कांग्रेस के आला नेताओं में से ही किसी का यह फ़ोन होगा। जांच में ही यह बात सामने आ सकती है।
जिस कांग्रेस के एक प्रधानमंत्री और एक पूर्व प्रधानमंत्री की जान चली गयी वही कांग्रेस आज आतंकवाद उग्रवाद को बढ़ावा दे रही है। यह सिर्फ मोदी जी के अंधविरोध का परिणाम है।
कांग्रेस के नेताओं के ट्वीट को समझिए। एक चमचा जो मुख्य प्रवक्ता है सुरजवाला ट्वीट करता है कि भीड़ नहीं जुटी इसीलिए प्रधानमंत्री जी लौट गए और अब भाजपा सुरक्षा चूक का बहाना बना रही है। एक यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष है श्रीनिवास ट्वीट करता है हाऊ इज जोश मोदी जी।
जो विभिन्न स्रोतों से वीडियो आ रहे हैं उनसे यह भी स्पष्ट हो गया है कि मौसम की खराबी और विभिन्न जगहों पर भाजपा समर्थकों को पुलिस द्वारा रोके जाने के बावजूद फिरोजपुर में भीड़ जुटी थी।
गहन जांच होनी चाहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना संविधान के संघीय ढांचे पर सीधा हमला है।
जो खबरें आ रही हैं उससे यह बात स्पष्ट हो रही है कि कांग्रेस अमतिंदर और भाजपा गठबन्धन से डरी हुई थी।और इस घटना के बाद तो कांग्रेस ने आत्महत्या ही कर ली है। भाजपा में जिस बड़ी संख्या में विभिन्न दलों से लोग आ रहे हैं उससे साफ होने लगा है कि पंजाब के लोग पुराने ८० के दशक में नहीं लौटना चाहते हैं! सिख और हिन्दू शांति चाहते हैं। इस घटना ने उन्हें और दृढ़ जर दिया है अपने विचारों और मोदी जी ने हवाई अड्डे पर लौटकर जो कहा कि मुख्यमंत्री को मेरा धन्यवाद कह देना कि मैं भटिंडा हवाई अड्डे पर जिंदा लौट गया हूँ!
प्रधानमंत्री के इस कथन से कांग्रेस पंजाब में पूरी तरह हाशिये पर चली गयी और पूरे देश में मरी हुई पार्टी रह गई!!
More Stories
थाना धनघटा पुलिस की जाँच में झूठी निकली चोरी की तीन सूचनाएं
महिला कल्याण विभाग द्वारा महिलाओं को जागरूक एवं सशक्त बनाने हेतु चलाया गया 10 दिवसीय विशेष जागरूकता अभियान।
पांच महीने पूर्व से मानदेय न मिलने से जीवन यापन हुआ प्रभावित