365 दिन का सीसीएल अवकाश उपभोग करने के बाद लिए गए सीसीएल अवकाश पर मात्र 80% ही वेतन भुगतान होगा
दिनांक -08.12.2020 से सीसीएल अवकाश लेने के लिए दिनांक- 17.12.2020 को किया अप्लाई
रिपोर्ट – राम नारायण सिंह
बलरामपुर । बीएसए बलरामपुर से प्राप्त जनसूचना से स्पष्ट हो गया कि तत्कालीन बीएसए ने सुनीता गुप्ता स0अ0 कंपोजिट विद्यालय शेखरपुर बलरामपुर ने कूट रचित अभिलेखों या बिना किसी अभिलेख के ही 515 दिन का सीसीएल अवकाश का उपभोग किया।
आश्चर्य तो तब हुआं जब दिनांक-08.12.2020 से 05.02.2021 तक 60 दिन का सीसीएल अवकाश लेने के लिए दिनांक – 17.12.2020 को मानव संपदा पर अप्लाई किया गया जिसे तत्कालीन बीएसए रामचंद्र द्वारा दिनांक – 23.12.2020 को रिफरेंस न0- 2359718 से अप्रूव्ड भी दिखाया है। विभागीय मानव संपदा पोर्टल की यह तकनीक कब लांच हुई जिसकी जानकारी अन्य शिक्षकों को नही हुई।दिनांक-8.12.2020 से ही सुनीता गुप्ता विद्यालय से गायब रही।
बिना ज्वाइनिंग किए घर बैठे ही दूसरा सीसीएल अवकाश दिनांक-06.02.2021 से 07.03.2021 तक लेने के लिए दिनांक -06.02.2021 को अप्लाई किया जिसे रिफरेंस न0-3176528 के द्वारा बिना किसी आदेश के अप्रूव भी दिखा दिया गया।
बीएसए की जनसूचना से प्राप्त अभिलेखों से स्पष्ट हो रहा है कि सुनीता गुप्ता 90 दिन तक लगातार बिना किसी आदेश के ही विद्यालय में अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रही है जो संदिग्धता की ओर इशारा कर रहा है , सूत्रों की मानें तो उक्त सभी दिनों के शिक्षक उपस्थिति रजिस्टर पर भी नाट अप्रूव्ड लिखा है। हद तो तब हो गई जब अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित सुनीता गुप्ता के शिक्षक उपस्थिति प्रपत्र 9 पर बिना प्र0अ0 के हस्ताक्षर से ही वेतन भुगतान भी कर दिया गया ।
साक्ष्यों को मिटाने के लिए विद्यालय के शिक्षक उपस्थिति रजिस्टर को फड़वाने और गायब करवाने का काफी प्रयास किया जा रहा है सूत्रों के अनुसार पूर्व में भी सुनीता गुप्ता द्वारा विद्यालय से अभिलेखों को गायब कराने का कार्य किया जा चुका है जिस पर विभाग द्वारा कार्यवाही करने का अनुरोध किया गया था परंतु कार्यवाही न होने से मनोबल बढ़ा हुआ है। सवाल है कि ऐसे कूट रचित अभिलेखों को बेसिक शिक्षा विभाग बलरामपुर में कौन तैयार करता है कौन है जो सुनीता गुप्ता के मनोबल को बढ़ा रहा है जिसे बीएसए कल्पना देवी भी नहीं पकड़ पा रही हैं ? दिनांक-02.4.2018 से 01.05.2018 तक का सीसीएल अवकाश लेने के लिए सुनीता गुप्ता ने दिनांक -26.03.2018 को सीधे बीएसए कार्यालय में प्रस्तुत किया और उसी दिन दिनांक-26 मार्च 2018 को ही स्वीकृत कर आदेश भी जारी हो गया जबकि कम से कम एक सप्ताह पहले प्रधानाध्यापक के पास अप्लाई किया जाता है जिसे प्र0अ0 अभिलेखों सहित पूर्व के अवकाशो की जांच कर संस्तुति करके खंड शिक्षा अधिकारी को भेजता है फिर बीएसए द्वारा उसके सर्विस बुक पर अंकित कर स्वीकृत आदेश सहित अन्य अभिलेखों को विद्यालय को प्राप्त कराता है और तब प्र0अ0 सम्बन्धित स०अ० के समस्त पदभार को विद्यालय के अन्य शिक्षिक को देने के बाद ही स0अ0 अवकाश पर जा सकता है अन्यथा वह विद्यालय में अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित माना जाएगा उक्त प्रकिया सीसीएल अवकाश फार्म में उल्लेखित है न कि स0अ0 सीधे उच्च अधिकारी के पास ले जा कर आदेश करा सकता है। जबकि विभाग द्वारा बिना उक्त प्रकिया किए ही सुनीता गुप्ता को सीसीएल अवकाश आदेश स्वीकृत कर दिया जो शासनादेश दिनांक-18.11.2008 की प्रक्रिया के विरुद्ध है जिससे संदिग्धता और बढ़ जाती है।
सुनीता गुप्ता के स्वीकृत सीसीएल अवकाश आदेशों में बीएसए द्वारा उल्लेख किया है कि सीसीएल अवकाश शासनादेश दिनांक 24 मार्च 2009 मैं वर्णित व्यवस्था अनुसार श्रीमती गुप्ता को दिया जा रहा है उक्त शासनादेश को बीएसए कल्पना देवी ने भी प्रमाणित किया है। जिसके बिंदु संख्या चार में स्पष्ट उल्लेख है कि बिना उपार्जित अवकाश खत्म हुए सीसीएल अवकाश नहीं दिया जा सकता ।
जबकि उच्च अधिकारियों के द्वारा यह दर्शाया गया कि श्रीमती सुनीता गुप्ता नियुक्ति तिथि से अद्यतन उपार्जित अवकाश का उपभोग नहीं किया है तो नियुक्ति तिथि से अद्यतन दिया गया सीसीएल अवकाश शासनादेश के विरुद्ध है ।
दूसरे स्वीकृत सीसीएल अवकाश आदेश से स्पष्ट है कि सुनीता गुप्ता घर बैठे बिना ज्वाइनिंग किए दिनांक – 2.05.2018 से 17.05.2018 तक दूसरे सीसीएल अवकाश हेतु दिनांक – 02.05.2018 को सीधे बीएसए कार्यालय में प्रस्तुत किया जिसे दिनांक – 07.05.2018 को स्वीकृत भी किया गया ।
जबकि अवकाश के बाद पहले ज्वाइनिंग कर प्र0अ0 से भौतिक सत्यापन होने के बाद उसे मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा उसके बाद ही दूसरे सीसीएल अवकाश के अप्लाई किया जाता है जो सुनीता गुप्ता ने बिना किसी प्रकिया के ही सीधे सीसीएल अवकाश लेकर उपभोग किया जो अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित की श्रेणी में आता है ।
सुनीता गुप्ता का अवकाश दिनांक – 07.05.2018 को स्वीकृत हुआ जबकि सुनीता गुप्ता दिनांक- 02.05.2018 से ही विद्यालय से गायब हो गई तो दिनांक- 02.05.2018 से 07.05.2018 तक 06 दिन लगातार सुनीता गुप्ता कहां पर थी ? 365 दिन का सीसीएल अवकाश उपभोग करने के बाद लिए गए सीसीएल अवकाश अवधि में मात्र 80% ही वेतन भुगतान होने का प्रावधान है जब कि सुनीता गुप्ता के वेतन से कटौती न कर पूरा वेतन भुगतान किया गया है ।
बीएसए कल्पना देवी को जांच करने के लिए भेजा जाता है तो जांच करने के बजाए प्रकरण हाईकोर्ट में होने का हवाला दे कर सुनीता गुप्ता को बचाने का कार्य कर रही है या बीएसए पर कोई दबाव बना रहा है। इनके अभिलेखों से स्पष्ट हो रहा है कि यदि नियुक्ति तिथि से अद्यतन अन्य सभी अवकाश की उच्च स्तरीय जांच हो तो सभी अवकाश फर्जी मिल सकते । सुनीता गुप्ता स0अ0 कम्पोजिट विद्यालय शेखरपुर के कारनामे को देखने से ऐसा लगता है कि इनकी नियुक्ति अभिलेख को भी जांच करने से बहुत कुछ सामने आ सकता है।
More Stories
थाना धनघटा पुलिस की जाँच में झूठी निकली चोरी की तीन सूचनाएं
महिला कल्याण विभाग द्वारा महिलाओं को जागरूक एवं सशक्त बनाने हेतु चलाया गया 10 दिवसीय विशेष जागरूकता अभियान।
पांच महीने पूर्व से मानदेय न मिलने से जीवन यापन हुआ प्रभावित