बहराइच। जंगल से सटे गांवों में वन्यजीवों के हमले को देखते हुए रविवार को कतर्नियाघाट फ्रेंड्स क्लब की ओर से जागरूकता अभियान चलाया गया। साथ ही लोगों को पंपलेट वितरित कर बचाव की जानकारी दी गई। कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग में जंगली जीवों के हमले काफी बढ़ गए हैं। इसको लेकर ग्रामीणों को सजग किया जा रहा है। कतर्नियाघाट फ्रेंड्स क्लब की ओर से रविवार को मोतीपुर रेंज के तुलसीराम पुरवा गाँव में हिंसक वन्य जीवों के हमले से बचाव हेतु कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यशाला में कतर्नियाघाट फ्रेंड्स क्लब की ओर से ग्रामीणों को पंपलेट व् बिस्कुट बाँटकर हिंसक वन्य जीवों के हमले से बचाव के टिप्स दिये। ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कतर्नियाघाट फ्रेंड्स क्लब के अध्यक्ष भगवान दास लखमानी ने कहा कि जंगल के आसपास रहने वाले ग्रामीण अपने घर के आसपास की ऊँची घास एवं झाड़ियाँ साफ रखें, जिससे कि तेंदुए को छिपकर घात लगाने का मौका न मिले।प्रातः भोर, शाम एवं रात को अकेले न निकलें। शाम एवं रात के समय कहीं जाना हो तो अपने पास टॉर्च एवं डंडा अवश्य रखें, रात को खुले में न सोएं और न ही बच्चों को सोने दें। जंगल के भीतरी भागों में लकड़ी बटोरने, मवेशी चराने एवं शौच के लिए न जायें और न ही बच्चों को भेजें, रात के समय अपने घर के आसपास रोशनी अवश्य रखें, गन्ने के खेतों की ओर बच्चों को कदापि न जाने दें, स्वयं भी जाना हो तो समूह में जाएं, वन्य जीवों की आहट लगे तो उससे भिड़ने का प्रयास न करें बल्कि गोला पटाखा दागकर उसे जंगल की ओर भगाने का प्रयास करें।कार्यक्रम में मोतीपुर वन बैरियर, हसुलिया वन चौकी, मुर्तिहा रेंज की बेल्छा वन चौकी, निशानगाढ़ा वन चौकी तथा कतर्नियाघाट रेंज की बिछिया वन चौकी पर हिंसक वन्य जीवों के हमले से बचाव संबधित फ्लैक्स बैनर लगाए गए, एवं जंगल के आसपास रहने वाले ग्रामीणों को पंपलेट व बिस्कुट वितरित किये गए। इस अवसर पर क्लब सचिव राजीव श्रीवास्तव, सदस्य शुएब शेख, वन कर्मी व सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे
बहराइच: कतर्नियाघाट फ्रेंड्स क्लब ने चलाया जागरूकता अभियान, बताया तेंदुए से बचने का तरीका



More Stories
द्वाबा महोत्सव अब 14 से 18 नवंबर तक — पदयात्रा कार्यक्रम के कारण बदली गई तिथि
डीएम , एसपी ने कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर श्रद्धालुओं के स्नानार्थ हेतु बिड़हरघाट का स्थलीय निरीक्षण कर तैयारियों का लिया जायजा
विधानसभा धनघटा की सांस्कृतिक पहचान को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने का माध्यम बनेगा द्वाबा महोत्सव : नीलमणि